Tuesday 8 January 2019

अहसास (Ahsas) , Feeling





एक आदमी बहुत गरीब था वह जेवर रखने के लिए बॉक्स बनाए करता था उस बॉक्स को बनाने के लिए एक कपड़े का उपयोग 
होता था वह कपड़ा मखमल का होता था और उसको जेवर के बॉक्स में लगाया जाता था यह कपड़ा बहुत महंगा होता था 
देखने में सुंदर लगता था और बहुत कोमल होता था एक बार जब वह व्यक्ति अपने घर जाता है तो देखता है कि उसकी छोटी 
सी बेटी उस कीमती कपड़े को अपने हाथों से एक डिब्बे को लपेट रही होती है यह देख कर उसका पिता अपनी बेटी से नाराज 
होने लगता है और कहता है कि तुम्हें नहीं मालूम कि यह कपड़ा कितना महंगा है और तुम इस कपड़े को बर्बाद कर रही हो वैसे 
भी हम इतने गरीब हैं और हमारे यहां काफी दिक्कतें परेशानियां है यह सुनकर उसकी छोटी सी बेटी रोने लगती है और कहती है 
कि पापा मैं आपके लिए एक गिफ्ट तैयार कर रही थी जब उसका पिता यह सुनता है तो उसका गुस्सा थोड़ा शांत होता है 
अगले ही दिन दीपावली का त्यौहार था वह छोटी सी बच्ची अपने पापा के पास आती है और कहती है पापा मैंने यह आपके लिए 
गिफ्ट तैयार किया है और वही गिफ्ट देती है जिसको वह महंगे  कपड़े से लपेट कर तैयार कर रही थी वह छोटी सी बच्ची अपने 
पापा से कहती है कि मैं आपके लिए गिफ्ट लाई हूं और उसके पापा उस गिफ्ट को उसी समय खोलते हैं तो देखते हैं कि उसमें 
कुछ भी नहीं है वह बॉक्स खाली है उस बच्ची के पापा फिर से गुस्सा हो जाते हैं और कहते हैं कि तुम्हें इतना नहीं मालूम कि 
जब हम किसी को कोई गिफ्ट देते हैं तो उसमें कुछ रख कर देते हैं डिब्बे को खाली नहीं देते और तुमने मुझे खाली डिब्बा दे दिया 
यह सुनकर बच्चे रोने लगती है और कहती है कि पापा यह डिब्बा खाली नहीं है इसमें मैंने आपके लिए बहुत सारी किसेस रखी है 
मैंने इसमें 100  किसेस आपके लिए रखी है जब उसके पापा यह सुनते हैं तो उनका गुस्सा कम होता है और वह अपनी छोटी सी 
बेटी को गले लगा लेते हैं 

अगले दिन जब उसकी बेटी स्कूल जाती है तब रास्ते में एक बस से टकरा जाती ई है और बस से टकराते ही उसकी मृत्यु हो जाती 
है उसके पिता अपनी बेटी को हॉस्पिटल लेकर जाते हैं उन्हें वहां पता चलता है कि उनकी बेटी मर चुकी है बच्ची के गुजर जाने के 
बाद उसके पिता रोज अपनी बेटी को याद करते हैं और दिन रात आंसू बहाते हैं वह रोज रात को उस गिफ्ट को अपने सिरहाने 
रख कर सोते हैं जो उसकी बेटी ने उन्हें दिया था जब भी उन्हें अपनी बेटी की याद आती है वह रोते-रोते महसूस करते हैं कि जैसे 
उसकी बेटी बोल रही थी कि इसमें किसिस  हैं और वह कल्पना करते हैं कि उनकी बेटी उन्हें किस कर रही है जब चीजें हमारे 
पास होती हैं तब हमें उनकी वैल्यू पता नहीं होती जब लोग हमारे पास होते हैं हमें प्यार कर रहे होते हैं तब हमें उनकी वैल्यू फील 
नहीं होती है जब वे  हमारी जिंदगी से चले जाते हैं तब हमें हर रोज हर वक्त हर पल उनकी याद आती है और हमें महसूस होता है 
कि काश वह हमारे पास होती अभी भी ज्यादा वक्त नहीं हुआ है जो लोग आपको प्यार करते हैं उनको गले लगाइए को समझिए 
जो लोग आपको सच में प्यार करते हैं उनको अपने पास रखिए उनकी कद्र कीजिए उनकी भावनाओं को समझिए और वे  
आपके लिए जो भी काम करते हैं उसका सम्मान कीजिए

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